https://thepatrakar.in/2023/05/27/tie-life-style/शम्मी-आबिदी-बोली-जनजातीय/
शम्मी आबिदी बोली- जनजातीय समाज की समृद्ध वाचिक परंपरा का संरक्षण, संवर्द्धन और अभिलेखीकरण संभव